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यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सही मुहूर्त में पूजा करने से ही देवी मां की कृपा मिलती है। अगर कलश स्थापना गलत समय पर हो जाए तो इसका फल नहीं मिलता। यह जानकारी आपको सही तरीके से पूजा करने में मदद करेगी ताकि आप माता रानी को प्रसन्न कर सकें।
नवरात्रि 2025 की शुभ तिथि और मुहूर्त
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। साल 2025 में यह तिथि 21 मार्च को पड़ रही है। इस दिन घटस्थापना की जाएगी।
घटस्थापना मुहूर्त सुबह 6 बजकर 23 मिनट से 7 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। यह बहुत ही शुभ समय है। इस समय के दौरान पूजा करने से ही उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
एक और शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 17 मिनट से 10 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इसे अभिजीत मुहूर्त कहते हैं। इस समय में भी आप कलश स्थापना कर सकते हैं। यह शुभ मुहूर्त भी बहुत अच्छा माना गया है।
पूजा शुरू करने से पहले पंचांग जरूर देखें। आप पंचांग के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस विकिपीडिया लेख पर जा सकते हैं। इस लेख में और भी बहुत सी useful जानकारी है।
कलश स्थापना की सरल विधि
कलश स्थापना विधि के लिए कुछ जरूरी चीजें चाहिए होती हैं। सबसे पहले एक साफ मिट्टी का बर्तन लें। उसमें थोड़ी मिट्टी डालें और जौ के दाने फैला दें। इसके बाद कलश में गंगाजल और जल भरें।
कलश के ऊपर आम के पत्ते रखें। एक नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर रखें। नारियल पर मौली या कलावा बांधें।
कलश को मिट्टी के बर्तन के ऊपर रखें। पूजा करने वाली जगह को साफ करके वहां चौकी रखें। चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।
उस पर मां दुर्गा की पूजा मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। फिर कलश को उसके पास रखें। इस तरह से कलश स्थापना की जाती है।
आप इस ब्लॉग पोस्ट पर जाकर पूजा से जुड़ी अन्य चीजों के बारे में पढ़ सकते हैं। Digital Patrika पर आपको ऐसे और भी लेख मिल जाएंगे।
कलश स्थापना के लिए जरूरी नियम
कलश स्थापना के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सबसे पहले पूजा की जगह साफ होनी चाहिए।
कलश स्थापना के लिए मिट्टी का बर्तन सबसे अच्छा होता है। स्टील या दूसरे धातु का बर्तन भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन मिट्टी का ही सबसे ज्यादा महत्व है।
कलश स्थापित करते समय यह ध्यान रखें कि वह ईशान कोण में हो। यह दिशा पूजा के लिए शुभ मानी जाती है।
कलश पर रखा नारियल बिल्कुल साफ होना चाहिए। उस पर कोई दाग नहीं होना चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए।
नवरात्रि की पूजा के बाद कलश को तब तक नहीं हिलाना चाहिए जब तक नवरात्रि खत्म न हो जाए। यह एक important नियम है।
अगर आप पूजा के दौरान गलतियां करने से बचना चाहते हैं, तो आप इस लेख में बताई गई बातें ध्यान से पढ़ें। इस लिंक पर बहुत कुछ दिया गया है। Digital Patrika ऐसे ही useful content publish करता रहता है।
पूजा सामग्री की लिस्ट
पूजा के लिए कुछ चीजें पहले से ही तैयार कर लें। मिट्टी का बर्तन, जौ, साफ मिट्टी, कलश, गंगाजल, सुपारी, सिक्का, आम के पत्ते, रोली, अक्षत (चावल), नारियल, लाल कपड़ा और मौली।
इसके अलावा दुर्गा जी की मूर्ति या तस्वीर, धूप, दीप, अगरबत्ती, फूल, फल, मिठाई और भोग के लिए सामग्री भी रखें।
आप इस BBC News की खबर में भी ऐसे त्योहारों के बारे में पढ़ सकते हैं। वहां आपको और भी जानकारियां मिल सकती हैं। यह एक बहुत अच्छा source है।
सही विधि से पूजा करने से मां दुर्गा बहुत खुश होती हैं। वे भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं।
निष्कर्ष
नवरात्रि 2025 कलश स्थापना सही मुहूर्त और सही विधि से करना बहुत जरूरी है। इस लेख में बताई गई सभी बातें ध्यान में रखें।
सही मुहूर्त में कलश स्थापित करने से देवी मां की कृपा मिलती है। पूजा के नियमों का पालन करें। Digital Patrika हमेशा आपको ऐसी ही जानकारी देता रहेगा।
आप इस Reuters रिपोर्ट में भी त्योहारों के बारे में पढ़ सकते हैं। इस UN.org की वेबसाइट पर भी आप बहुत कुछ देख सकते हैं। यह जानकारी आपके बहुत काम आ सकती है।
 
         
         
         
        