
वैष्णो देवी यात्रा पर गए धौलपुर के 5 लोग लैंडस्लाइड में बहे
जम्मू के रियासी जिले में वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर एक दुखद हादसा हो गया। भूस्खलन (landslide) के कारण राजस्थान के धौलपुर जिले के पांच लोग पानी के तेज बहाव में बह गए। इस हादसे के बाद से पूरे धौलपुर में शोक का माहौल है।
यह खबर सबसे पहले NDTV Rajasthan द्वारा प्रकाशित की गई थी। पूरा श्रेय मूल प्रकाशक को जाता है।
कैसे हुआ यह दुखद हादसा?
पुलिस के मुताबिक, ये पांचों लोग धौलपुर के ही एक परिवार के थे और माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्रा पर निकले थे। भारी बारिश के चलते यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ, जिससे अचानक पानी का बहाव तेज हो गया। ये सभी लोग उस समय पानी के रास्ते से गुजर रहे थे, तभी यह हादसा हो गया और वे पानी में बह गए।
स्थानीय प्रशासन और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि किसी को बचाना मुमकिन नहीं हो पाया। अब तक, किसी भी लापता व्यक्ति के मिलने की कोई खबर नहीं है। उनके relatives भी सदमे में हैं और स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
यह सिर्फ एक isolated incident नहीं है। पिछले कुछ सालों में भारत के पहाड़ी इलाकों में मानसून के दौरान ऐसे हादसे बढ़े हैं। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी ऐसी घटनाएं देखी गई हैं, जिनमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
धौलपुर में शोक का माहौल
इस हादसे की खबर जैसे ही धौलपुर पहुंची, पूरे इलाके में मातम छा गया। परिवार के लोग और रिश्तेदार बुरी तरह distraught हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमें इस हादसे पर यकीन नहीं हो रहा। वे सभी खुशी-खुशी यात्रा पर निकले थे। अब बस यही दुआ है कि कम से कम उनके शव मिल जाएं ताकि परिवार को थोड़ी शांति मिल सके।”
जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने भी इस घटना पर दुख जताया है और धौलपुर प्रशासन को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। इस तरह के हादसों से बचने के लिए, अक्सर प्रशासन द्वारा पहाड़ी यात्राओं के लिए चेतावनी जारी की जाती है। लेकिन, कई बार लोग इन warnings को नजरअंदाज कर देते हैं। Digital Patrika हमेशा अपने पाठकों को ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरूक करता है।
आगे क्या होगा?
फिलहाल, जम्मू-कश्मीर में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस टीमें लापता लोगों की तलाश कर रही हैं। यह एक लंबा और मुश्किल ऑपरेशन हो सकता है। धौलपुर के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही उन्हें अपने परिजनों के बारे में कोई खबर मिलेगी।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि प्रकृति का सम्मान करना कितना जरूरी है। हमें मौसम की चेतावनी को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। खासकर जब हम खतरनाक पहाड़ी इलाकों में यात्रा कर रहे हों। Digital Patrika हमेशा ऐसी खबरें आप तक पहुंचाता है ताकि आप समय रहते सतर्क हो सकें।