
पीएम मोदी जापान दौरा: इस यात्रा में क्या हुआ?
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में जापान गए थे। उन्होंने जापान के नेता, प्रधान मंत्री शिगेरू इशिबा से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने दोनों देशों के लिए बहुत सी ज़रूरी बातों पर बात की।
यह खबर सबसे पहले द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित की गई थी। पूरा श्रेय मूल प्रकाशक को जाता है।
पीएम मोदी जापान दौरा क्यों ज़रूरी है?
दोनों नेताओं ने अगले दस सालों के लिए मिलकर काम करने का लक्ष्य रखा है। यह बहुत ज़रूरी है क्योंकि भारत और जापान दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं और लोकतंत्र हैं। साथ मिलकर काम करने से दोनों देश तरक्की करेंगे और दुनिया में शांति बनी रहेगी। इस यात्रा से यह पता चलता है कि भारत और जापान एक-दूसरे पर बहुत भरोसा करते हैं।
विवरण
इस दौरे में, पीएम मोदी और पीएम इशिबा ने कई बातों पर सहमति जताई। एक बड़ी योजना यह है कि जापान अगले 10 सालों में भारत में 10 ट्रिलियन येन का निवेश करेगा। यह पैसा नई टेक्नोलॉजी, हेल्थ और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में लगाया जाएगा। पीएम मोदी ने एक आर्थिक मंच पर भाषण भी दिया और जापान के व्यापारियों से कहा कि भारत में निवेश करने का यह बहुत अच्छा समय है।
- बिंदु 1 (अधिक पढ़ें).
- बिंदु 2 (और जानें).
पृष्ठभूमि
एक और खास बात एक नया स्पेस मिशन है। भारत की स्पेस एजेंसी (ISRO) और जापान की स्पेस एजेंसी (JAXA) मिलकर चाँद पर एक नए मिशन पर काम करेंगे। इस मिशन का नाम चंद्रयान ल्यूपेक्स मिशन है और इसका लक्ष्य चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर एक रोबोट भेजना है। यह दिखाता है कि दोनों देश सिर्फ़ धरती पर ही नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में भी साथ काम कर रहे हैं। दोनों नेताओं ने रक्षा और समुद्री सुरक्षा पर भी बात की। वे चाहते हैं कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्र सबके लिए खुला और सुरक्षित रहे। आप यह भी पढ़ सकते हैं कि UN किस तरह शांति के लिए काम करता है।
आगे क्या
इस दौरे से पहले भी, पीएम मोदी कई बार जापान जा चुके हैं। इस दोस्ती को और आगे बढ़ाने के लिए, दोनों देश भारत के राज्यों और जापान के क्षेत्रों को भी जोड़ना चाहते हैं ताकि व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। कुल मिलाकर, यह दौरा भविष्य के लिए एक प्लान बनाने जैसा था। नेताओं ने निवेश, टेक्नोलॉजी और सुरक्षा के लिए नए वादे किए। हमें Digital Patrika में पूरा विश्वास है कि इन नई योजनाओं के साथ भारत और जापान की दोस्ती बढ़ती रहेगी।